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Thursday, February 3, 2011

संवेदना के सहारे दंतेवाडा

दंतेवाडा में इन दिनों बदलाव की बयार चल रही है। प्रशासन के नुमाइंदे अन्दर के गावों तक पहुँचने की कोशिश में जुटे हैं। मुद्दा तो यह है कि संवेदनशील अरनपुर में कलेक्टर ने चौपाल लगाई। यह समय की जरूरत है। कलेक्टर प्रसन्ना आर बढ़िया काम कर रहे हैं। वे सरकार की मंसा के अनुरूप अंतिम व्यक्ति तक पहूंचना चाहते हैं। वे समझते हैं कि इलाके में संवेदन्शीलता की जरूरत है। इससे पहले प्रशासन ने हेलीकाफ्टर से जगरगुंडा का दौरा किया। यह बात वहां रह रहे लोगों का विश्वास जीतने के लिए आवश्यक भी था। इसी अरनपुर से होकर जगरगुंडा की राह निकलती है। घाट से पहले सी आर पी एफ का बार्डर है। यहीं से नक्सली और सरकार की सीमा रेखा खींच जाती है। अरनपुर गाँव के लोगो का काम जगरगुंडा से चलता था। अब सबकुछ ख़त्म हो गया है। उम्मीद भी कम ही दिख रही है की जल्द ही सब कुछ सामान्य हो जाय। ऐसे समय में प्रशासन की भूमिका ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। उसे विश्वास जीतना होता है और काम करके दिखाना भी पड़ता है। इस काम को पूरा करने के लिए समूचे प्रशासन का लोकहितकारी होना ज्यादा जरूरी है।

  • बात निकली है तो दूर तलक जाएगी...

पर एक बात खल रही है कि दंतेवाडा में एक अफसर की अफसरी कुछ ज्यादा ही रंग दिखा रही है। दंतेवाडा जिला पंचायत के सीइओ को तो सुर्खाब के पंख लगे हैं। बतातें हैं की उनकी भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता मुरली मनोहर जोशी से रिश्तेदारी है। यही वजह है कि वे दबंगता के साथ अफसरी की पारी खेल रहे हैं। वे जानते हैं की सरकार उनका कुछ नहीं बिगड़ सकती तो जैसी मर्जी वैसा काम। हाल ही में दंतेवाडा में मुख्यमंत्री का प्रवास था। इसकी तैयारियां जोर शोर से चल रही थी। जनप्रतिनिधि और अफसर मैदान पर खड़े थे। ये महाशय कुर्सी पर बैठे हुए थे। जब से इन जनाब ने यहाँ अपनी कुर्सी संभाली है वे अपने काम के लिए कम और अपने रुतबे के लिए ज्यादा चर्चित रहे हैं। एक बरस पहले इसी घमंडी व्यवहार के चलते विवाद की नौबत आई थी। मीडिया के साथ बदसलूकी का मामला जोरशोर से उठा था। इन्होंने यह जताया है कि ये पब्लिक सर्वेंट नहीं हैं बल्कि पब्लिक इन जनाब की सर्वेंट है। मेरा यह कहना है कि प्रशासन भले ही अन्दर के गाँव तक पहुंचे पर जनता का विश्वास हासिल करने के लिए अफसरशाही का परित्याग ज्यादा जरूरी है। खैर यह बात फिलहाल गैरजरूरी है कि हम इस पर बेवक्त बहस करें।

  • जनपद अध्यक्ष गिरफ्तार... दंतेवाडा के जनपद अध्यक्ष को पोलिस ने गिरफ्तार किया। वे पहले सीपीआइ के नेता थे फिर भाजपा में आये। मुख्यमंत्री के जाने के बाद रात को गिरफ्तारी पर जितने मुंह उतनी बातें।

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